चार कदम पीछे हट गए तो क्या ,
लम्बी छलाँग अभी बाक़ी है ।
हालतों के भवर में, मेरा इम्तिहान अभी बाक़ी है ।
सौ बार टूटकर बिखर जाऊँ गम नहीं,
खुद को फिर से जोड़ लेने का हुनर मुझमें बाक़ी है।
तेरी नजर के तराजू में मुझको मत तोल,
तेरे ही किरदार का चुम्बक उसमें बाक़ी है ।
अफसोस मनाने की फुर्सत अब नहीं मुझको,
बस मुस्कुराहटों की बहार मुझमें बाकी है।
मायूसियों को पालनें का शौक मैं नहीं रखता,
मनाता हूँ जशन उसका जो पास मेरे बाकी है ।