लम्बी छलाँग अभी बाक़ी है

चार कदम पीछे हट गए तो क्या , लम्बी छलाँग अभी बाक़ी है । हालतों के भवर में, मेरा इम्तिहान अभी बाक़ी है । सौ बार टूटकर बिखर जाऊँ गम नहीं, खुद को फिर से जोड़ लेने का हुनर मुझमें बाक़ी है। तेरी नजर के तराजू में मुझको मत तोल, तेरे ही किरदार का चुम्बक…