हिजर

कई बार टूटे हैं तेरे हिजर में, दिल को यही समझाया हमने हर बार। तहे दिल से चाहता है तू भी हमको, शायद बनावटी है ये तकरार। आज टूट गया हमारा ये वहम भी, जब खुला तेरे दिल का राज, डाल दी ऐसी दिल में दरार, बस अब ना कर सकेंगे हम प्यार।